आखिर “संजय दत्त” को कोर्ट ने सजा सुनाते हुए पाँच वर्ष का कारावास दे
ही दिया लंबे समय से चल रहे मुक़दमे में कोर्ट ने संजय “आर्म्स एक्ट” में
दोषी करार करते हुए पाँच साल कि सजा सुनाई जिसमे से अठारह महीने की सजा संजय पहले
ही काट चुके हैं और अब उन्हें तीन साल और छ माह की सजा और काटनी होगी, इससे पहले
निचली अदालत ने संजय को छ साल की सजा सुनाई थी जिसको सुप्रीम कोर्ट ने घटाकर पाँच
साल कर दी है |
दूसरी तरफ संजय दत्त के समर्थन में पूरा बॉलीवुड दुःख प्रकट कर रहा
है, महेश भट्ट ने कहा की वो कोर्ट के फैसले का सम्मान करते है पर संजय एक अच्छे
इंसान हैं इसलिए उन्हें संजय की इस सजा का बेहद दुःख है और पूरी रात संजय के घर
उनके करीबी लोगो का आना-जाना लगा रहा जिनमे रणबीर कपूर, फरहान अख्तर, राजू हीरानी
आदि शामिल हैं, वही प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष “मार्कंडेय काटजू” ने महाराष्ट्र के
राज्यपाल को एक चिठ्ठी लिखकर “दत्त परिवार” के योगदान को ध्यान में रखते हुए संजय
दत्त को माफ़ी देने की अपील की है |
संजय दत्त भले ही इस देश के एक मशहूर अभिनेता हैं पर क़ानून की नज़र में
वो दोषी पाए गये है तो अब सवाल ये उठता है की अगर संजय की जगह कोई सामान्य व्यक्ति
इस मामले में दोषी पाया जाता तो क्या संजय की तरह उसे भी सहानुभति मिलती, क्या उसकी
भी बात राज्यपाल तक पहुचाई जाति, संभव हो उस व्यक्ति ने भी अपने जीवन में बहुत से
परोपकार के कार्य किये हो, मानवजाति के कल्याण के लिये जीवन में बहुत कुछ किया हो और
प्रसिद्ध व्यक्ति न होने की वजह से आज उन्हें दुनिया ना जानती हो | तो क्या ये सही
होगा कि संजय कि दया याचिका को स्वीकार कर उन्हें सिर्फ इसलिये माफ कर दिया जाये कि
वो एक इज्ज़तदार और बड़े परिवार से हैं |