नई दिल्ली -आखिरकार अन्ना हजारे और बाबा रामदेव द्वारा किये गये धरना प्रदर्शन से तो यह बात स्पष्ट है कि जहाँ बाबा रामदेव कालेधन कि मांग को लेकर उसे राष्ट्रीय सम्पति घोषित करने कि मांग कर रहे है वहीँ अन्ना हजारे जन लोकपाल के बिल को पुरजोर रूप से पास करने के लिए मांग कर रहे हैं ,इन दोनों के मुद्दे अलग -अलग हों पर जनता के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है इसलिए अन्ना हजारे ने रामदेव के मंच का साझा कर गठबंधन का एलान किया है |
जहाँ एक ओर अन्ना हजारे जन लोकपाल बिल के साथ -साथ चुनाव सुधार और व्यवस्था परिवर्तन कि मांग भी कर रहे हैं .वहीँ पर तो ये लगता है कि कहीं बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के मुखौटे का इस्तेमाल कर कहीं दूसरा व्यक्ति या संगठन इसका बड़ा लाभ तो नही लेना चाहता पर जो भी हो जनता तो यही जानती है कि रामदेव और अन्ना का गठबंधन इस आन्दोलन को नई दिशा देगा |
