समझौता एक्सप्रेस, मालेगांव , मक्का मस्जिद, अजमेर शरीफ़ दरगाह के बम धमाकों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की सहमति थी ? 'कारवां' पत्रिका को दिए अपने साक्षातकारों की श्रृंखला में जेल में बंद स्वामी असीमानंद ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया है कि हिन्दू आक्रामकता के प्रदर्शन के उद्धेश्य से किए गए इन धमाकों को मोहन भागवत का आशीर्वाद प्राप्त था। पत्रिका ने असीमानंद से हुई बातचीत का ऑडियो टेप ज़ारी किया है और ज़रुरत पड़ने पर और भी सबूत देने का दावा किया है।
यह आरोप बेहद गंभीर है और देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। मुंबई हमले में शहीद पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे ने मालेगांव ब्लास्ट की जांच के क्रम में असीमानंद तथा अन्य आतंकियों के ऐसे संपर्कों की और इशारा भी किया था, लेकिन जांच को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाने के लिए वो जिन्दा नहीं रहे थे।
फ़िलहाल यह कहना जल्दबाजी होगी कि आरोप सच है या साज़िश, लेकिन न्याय और देश की सुरक्षा का तकाजा है कि मोहन भागवत तथा अन्य के विरुद्ध इस खुलासे के आधार पर अविलंब एफ.आई.आर दर्ज़ किया जाय और एक तय समय-सीमा के अंदर ऑडियो टेप की सत्यता, साक्षात्कार की परिस्थितियों सहित अन्य संबंधित मुद्दों पर जांच पूरी कर उसके नतीजों से देश को अवगत किया जाय।
लेखक - ध्रुव गुप्ता