RTI (Right to information) ये वो संस्था है जिसने न जाने भारत सरकार के 
कितने भ्रस्टाचार उजागर करे है , RTI के वजह से ही देश के नागरिको को देश 
की वास्तविकता  और देश चलने वालो के चरित्र का पता चला , पर शायद RTI का सही इस्तेमाल नहीं करा जा रहा है , अरे भाई  इसकी स्थापना इसलिए थोड़ी न की गयी थी की ये सरकार के विरुद्ध कार्य करे , हाँ ये बात शायद हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री के दिल में रह गयी पर वो कहना यही चाहते थे , प्रधानमंत्री
 मनमोहन सिंह ने कहा कि लोगों के जानने के अधिकार से अगर किसी की निजता का 
हनन होता है, तो निश्चित रूप से इसका दायरा निर्धारित होना चाहिए , बिलकुल अगर RTI की वजह से किसी मंत्री की कुर्सी जाती है या उसके खाते में कितना पैसा है , ये पता चलता है तो जाहिर सी बात है की इससे उस 
मंत्री की निजता का हनन हो रहा है , और हमारी देश भक्त सरकार अरे माफ़ 
करियेगा देश भ्रस्ट सरकार इस निजता के हनन को कतई बर्दाश्त नहीं कर सकती और
 अगर सरकार ने देर न की तो जल्द ही हमें RTI की नियमावली में परिवर्तन 
देखने को मिल सकता है , हो सकता है कुछ दिन में ऐसे नियम आ जाये की सरकार 
से सम्बंधित किसी भी प्रकार RTI दाखिल करने वाले के खिलाफ देशद्रोह जैसा 
मुकदमा दर्ज कर दिया जाये , हो सकता है कुछ भी हो सकता है ऐसी सरकार के 
रहते हुए कुछ भी हो सकता है .
  
