दिल्ली में लगातार हो रहे अपराधों में एक और बेहद जघन्य अपराध जुड़ गया है, जब गाँधी नगर इलाके में एक पाँच साल की बच्ची के साथ बंधक बनाकर दो दिन तक बलात्कार किया, साथ ही उसे कई तरह की शारीरिक यातनाएँ दी जो अति बर्बर है लड़की की मेडिकल जांच में लड़की के अंदर से मोमबत्ती के टुकड़े और एक २०० मिली की बोतल निकाली गयी है, अब लड़की की हालत बेहद नाजुक बतायी जा रही है | लड़की कि हालत ज्यादा नाजुक होने कि वजह से उसे एक से दूसरे अस्पताल भेजा जा रहा है |
दूसरी तरफ इस मामले में एक और बेहद संजीदा मसला तब सामने आया जब बच्ची के पिता और परिजानो ने दिल्ली पुलिस पर ये आरोप लगाया कि उन्होंने बच्ची मिलने के बाद केस दर्ज कर कार्यवाही करने के बजाये उनसे २ हज़ार रूपये ले कर मामला रफा-दफा करने को कहा और साथ ही मीडिया से भी बात करने को माना किया | साथ ही परिजानो का ये भी आरोप है कि अगर पुलिस ने उनकी बच्ची को ढूंढने में फुर्ती दिखाई होती तो आज उनकी बच्ची सही सलामत हासिल हो सकती थी |
सवाल अब ये उठता है कि जहाँ दिल्ली में सरकार इस वक्त महिलाओं कि सुरक्षा के लिये रोज नयी तरकीबें और सुविधाएँ इजात कर रही है वहाँ पुलिस का ये रवैया जनता पर क्या प्रभाव डालेगा, क्या अब देश की राजधानी की पुलिस इस लायक नहीं कि उस पर किसी प्रकार का भरोसा किया जा सके ।
