कानपुर मे पुलिस और मेडिकल छात्रों के बीच
हुई झड़प के बाद अब ये लड़ाई एक विकराल रूप ले चुकी है जिसका खामियाजा मरीजों को उठाना
पड़ रहा है जो अपनी जान देकर इसकी कीमत चुकाने को मजबूर हैं, इस लड़ाई के फलस्वरूप अभी
तक लगभग 19
मरीज़ जान गवां चुके हैं |
शनिवार को कानपुर के एक पेट्रोलपम्प पर मेडिकल
छात्रों और विधायक इरफ़ान सोलंकी के बीच मामूली विवाद पर झड़प हो गयी, जिसके बाद मेडिकल
छात्रों के अनुसार विधायक ने पुलिस को आदेश देकर मेडिकल कॉलेज के अंदर घुसकर छात्रों
और डॉक्टरों को बेरहमी से पीटा साथ ही कई छात्रों को उठा कर भी ले गये जिन पर पुलिस
ने आतंकवादी होने का इलज़ाम लगाकर जेल मे डाल दिया | विधायक ने सफाई देते हुए कहा की
छात्रों ने उनपर जानलेवा हमला किया जिससे उनके सर पर चोट आयी और 9 टाँके लग गये जबकि एक
न्यूज़ टीवी शो पर विधायक के सर की चोट अचानक तीन दिन मे ही गायब हो गयी थी |
अब डॉक्टरों की मांग है की पकड़े गए छात्रों
को सभी आरोपों से मुक्त कर छोड़ा जाए, विधायक को निलंबित किया जाए, दोषियों पर कार्यवाही
हो और मामले की निष्पक्ष जांच करायी जाए | कानपुर के डॉक्टरों के समर्थन मे देश के
और भी डॉक्टर आ गये है साथ ही कुछ राजनीतिक पार्टियां भी उनका समर्थन कर रही है पर
अभी तक इस मुद्दे का कोई हल निकलता नज़र नहीं आ रहा है |
इस मामले का निपटारा चाहे जब भी हो, पर ये
कहना गलत नहीं होगा की जब तक ये मामला निपट नहीं जाता तब तक कानपुर मे किसी को मरीज
बनने की इजाज़त है |